मुक्तेश्वर, Best Tourist and Dharmik Place in Mukteshwar

नमस्कार दोस्तों, आज के इस लेख में हम मुक्तेश्वर धाम के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं जिसके बारे में यदि आपको पता हैं तो आप एक बार जरुर पढ़े, इसमें आपको कुछ नया देखने को मिलेगा|मुक्तेश्वर धाम उत्तराखंड के नैनीताल शहर से लगभग 51 किलोमीटर की दूरी पर मुक्तेश्वर धाम(Mukteshwar Dham) स्थित हैं जो प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर हैं|यह मुक्तेश्वर धाम धार्मिक स्थल के साथ-साथ एक अनोखा पर्यटक स्थल भी हैं |यह मंदिर लगभग 2312 मीटर की ऊंचाई पर मुक्तेश्वर नाम की चोटी पर स्थित हैं| जिसे पांडव काल का धाम माना जाता हैं |

mukteshwar dham

मान्यताओं के अनुसार, मुक्तेश्वर धाम की स्थापना पांड्वो ने अज्ञात वास के दौरान शिवलिंग को स्थापित किया था| इस शिवलिंग की आयु 5350 वर्ष हैं यह भारत का एक बेहद प्राचीन मंदिर हैं जो हिन्दू धर्मग्रन्थ में भगवान शिव को समर्पित 18 सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक हैं|

मुक्तेश्वर धाम का इतिहास – History of Mukteshwar Dham

Mukteshwar धाम मंदिर उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित हैं, ये मंदिर सफ़ेद संगमरमर का शिवलिंग भी मौजूद हैं. शिवलिंग के आलावा यहाँ पर भगवान गणेश, ब्रह्मा, विष्णु, पार्वती, हनुमान और नंदी अन्य देवी देवताओ की मूर्तियाँ स्थापित हैं. ऐसा कहा जाता हैं कि भगवान शिव ने एक राक्षस का वध किया था आर उसे मोक्ष प्रदान किया था इसलिए इसक नाम मुक्तेश्वर पड़ा. जो दंपति निसंतान होते हैं, उन्हें यहाँ आकर संतान की प्राप्ति होती हैं इसके आलावा मुक्तेश्वर साधू संतो का निवास भी हैं|

इस स्थान के निवासी मंगल आर्य ने बताया की मुक्तेश्वर धाम सबसे ऊँची चोटी पर बसा हुआ हैं जिसकी ऊंचाई 2312 मीटर हैं. 5350 पुराने इस शिवलिंग में सच्चे मन से बेल पत्र और जल चढाने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं| नोबेल पुरुस्कार विजेता ब्रिटिश वैज्ञानिक रोबट कोच भी इस मंदिर की यात्रा कर चुके हैं|

मुक्तेश्वर धाम संत श्री मुक्तेश्वर महाराज जी का निवास स्थान था. मुक्तेश्वर महाराज बंगाली मूल के थे, जो मौनी बाबा के नाम से प्रसिद्ध थे. वह कुटिया में रहते थे. उनकी मंदिर में समधी बनी हुई हैं. जो उनके एक शिष्य स्वामी संशुधानंद जी अब भी मंदिर में बने आश्रम में ध्यान करते हैं|

महत्वपूर्ण बाते मुक्तेश्वर धाम मंदिर

  • ये मंदिर उत्तराखंड राज्य के नैनीताल शहर में स्थित हैं|
  • इसकी स्थापता के श्रेय पांड्वो को जाता हैं|
  • मुक्तेश्वर धाम संत श्री मुक्तेश्वर महाराज का निवास स्थान था|
  • इस शिवलिंग की आयु 5350 वर्ष हैं.
  •  मुक्तेश्वर/Mukteshwar का नाम शिव के एक 350 साल पुराने मंदिर से मिलता है|

Which are The Tourist and Unique Place Mussoorie हिंदी में

मुक्तेश्वर से नंदा देवी, त्रिशूल, नंदा कोट, नंदा घुंटी और पंचचुली जैसे हिमालय की चोटियों को देखा जा सकता हैं ये धाम फलों और शंकुधारी जंगलो से घिरा हुआ हैं|जो यहाँ की खूबसूरती और बढ़ा देता हैं|

मुक्तेश्वर धाम कैसे पहुंचे- How to reach Mukteshwar Dham

Mukteshwar धाम पहुचने के लिए आपको 3 रास्ते देखने को मिलते हैं लेकिन आप अपने अनुसार जो अच्छा लगे उससे जा सकते हैं|

सड़क मार्ग

यदि आप सड़क मार्ग से जाना चाहते हैं तो आपको दिल्ली से Mukteshwar सड़क मार्ग अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हैं, आप चाहे तो बस,टैक्सी या अपने खुद के वाहन से पंहुचा सकते हैं|

रेल मार्ग

मुक्तेश्वर धाम के सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन हैं जहाँ से आप Mukteshwar धाम 72 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं|

हवाई मार्ग

दिल्ली का इंदिरा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा हैं जहां से मुक्तेश्वर 360 किमी दूर हैं|

FAQ Related Questions & Answers

मुक्तेश्वर धाम की कथा क्या हैं?

भगवान शिव ने यहाँ एक राक्षस का वध किया था और उसे मोक्ष(मुक्ति) प्रदान की थी|

मुक्तेश्वर धाम किस लिए प्रसिद्ध हैं?

मुक्तेश्वर धाम मंदिर 350 साल पुराना शिव मंदिर हैं साहसिक गतिविधियों और हिमालय के लुभावने दृश्यों के लिए प्रसिद्ध हैं|

मुक्तेश्वर मंदिर का इतिहास क्या हैं?

केसी पाणिग्रही ने मंदिर का निर्माण 966 ई में होने का अनुमान लगाया हैं और अनुमान लगाया हैं कि सोमवंशी राजा याति प्रथम ने मंदिर का निर्माण कराया था|

मुक्तेश्वर के लिए कौन सा महीना सबसे अच्छा हैं?

मुक्तेश्वर घुमने के लिए सबसे अच्छा समय मार्च से जून के बीच का हैं जब मौसम सुहावना और ठंडा होता हैं|

मुक्तेश्वर का मंदिर किस भगवान का हैं?

मुक्तेश्वर का मंदिर भगवान शिव को समर्पित हैं जिसे मुक्तेश्वर धाम के नाम से जाना जाता हैं|

मुक्तेश्वर धाम के पास कौन सा रेलवे स्टेशन हैं?

मुक्तेश्वर से निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन हैं यह रेलवे स्टेशन देश भर के विभिन्न शहरों जैसे लखनऊ, कोलकाता और दिल्ली से जुड़ा हैं|मुक्तेश्वर पहुचने के लिए काठ गोदाम रेलवे स्टेशन से आसनी से टैक्सी या बस ले सकते हैं|

मुक्तेश्वर में अभी बर्फ बारी हो रही हैं?

मुक्तेश्वर में बर्फ बारी नवम्बर से फ़रवरी के बीच में होती हैं इस समय कोई बर्फ़बारी नहीं हो रही हैं|

मुक्तेश्वर में अधिकतम तापमान कितना हैं?

गर्मियों में मुक्तेश्वर में अधिकतम तापमान 27°C होता हैं जो दिन आरामदायक रूप से गर्म होते हैं| लेकिन न्यूनतम तापमान 20°C होने के कारण रातें ठंडी होती हैं|

मुक्तेश्वर क्यों प्रसिद्ध हैं?

मुक्तेश्वर हिमालय पर्वतमाला के लुभावने मनोरम दृश्यों के लिए प्रसिद्ध हैं|

Conclusion – निष्कर्ष

दोस्तों हमें आपको Mukteshwar Dham से related जानकारी दी हैं| ये जानकारी आप google पर भी खोज सकते हैं लेकिन इसकी खास बात ये है कि आपको सभी जानकारी एक स्थान पर मिल जाएगी| जिससे आपको बहुत कुछ जानने के लिए मिला होगा और हम आशा करते हैं कि ये लेख आपको पसंद आये तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करना| ध्यानवाद|