All about Dilli Haat Unique Market for Delhi in Hindi

जब भी बात आती हैं दिल्ली की तो आपके मन में एक ख्याल आता होगा , Dilli Haat, जितना नाम इसका साधारण हैं उतना काम भी इसका बवाल हैं| जब आप दिल्ली घुमाने आये, तो आपको Dilli Haat जरुर घुमाना चाहिए| ये पर्यटकों के लिए वरदान से कम नहीं|ऐसे इसलिए कहाँ जाता हैं कि दिल्ली हाट में पूरे भारत के सभी प्रकार के संस्कृति देखने को मिल जाता हैं| जितना आपको भारत के अलग- अलग प्रदेश में जाकर देखना पड़ेगा, वो सब एक ही स्थान प् देखने को मिल जाएगा| Dilli Haat में अलग- अलग कल्चर, व्यंजन, निरत्व, हस्तशिल्प कला, संस्कृति, कार्यशालाए और बहुत कुछ देखने को मिलेगा|एक समस से समझ लो पूरा भारत आप घूम चुके हैं|यहाँ आपको दिल्ली के अन्दर आपको तीन मार्किट देखने को मिलेगा, एक जनकपुरी में, पिटमपूरा में और INA Dilli Haat में स्थित हैं|

History of Dilli Haat|Dilli Haat का इतिहास

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INA(इंडियन नेशनल आर्मी ) Dilli Haat

Dilli Haat Photo

दिल्ली हाट एक प्रसिध्द मार्किट हैं जहाँ पर आपको विभिन्न राज्यों के कारीगर देखने को मिलते हैं इसकी स्थापना 1994 में की गई थी इस बाजार को खोलने का उद्देश्य यह था कि भारत की पारम्परिक कला, शिल्प और संस्कृति को बढ़ावा देना और कारीगरों को एक सीधा मंच देना था| जहाँ पर वो अपने बनाये हुआ कला अकृतिक को बेच सके|दिल्ली हाट की स्थापना भारत सरकार की हस्त शिल्प एवं हथ करघा मंत्रालय, दिल्ली पर्यटक और परिवहन विकास निगम(DTTDC), कपड़ा मंत्रालय और NDMC के सहयोग से की गई थी|

यहाँ पर विभिन्न राज्यों के कारीगर और कलाकार समय-समय पर आते हैं और अपने हाथो से उत्पाद किये वस्तुए जैसे हस्तशिल्प, कपड़े गहने, लकड़ी और धातु से सामान , पेंटिंग आदि बेचते हैं|

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इसके अलावा आपको दो Dilli Haat देखने को मिलेगा

जनकपुरी Dilli Haat(2014)

पिटमपूरा Dilli Haat (2008 )

FAQ related Question & Answer

दिल्ली हाट क्या हैं ?

दिल्ली हाट एक लोकप्रिय बाजार हैं जहाँ भारत के विभिन्न राज्यों के हस्तशिल्प, भोजन और सांस्कृतिक प्रदर्शनों को प्रदर्शित किया जाता हैं|

दिल्ली हाट क्यों प्रसिध्द हैं?

दिल्ली हाट भारत की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने और संरक्षित करने की एक उल्लेखनीय पहल हैं|

दिल्ली हाट के लिए एंट्री फ़ीस कितनी हैं?

यहाँ पर प्रवेश शुल्क वयस्कों के लिए 30 रूपये बच्चो के लिए 20 रुपये और विदेशियों के लिए 100 रूपये हैं|

दिल्ली हाट किस दिन बंद रहता हैं?

दिल्ली हाट किसी भी दिन बंद नहीं रहता हैं ये सप्ताह के सतो दिन खुला रहता हैं|

दिल्ली हाट में आईएनए का फुल फॉर्म क्या हैं?

इंडियन नेशनल एयरवेज मार्किट, जिसे आईएनए मार्किट के नाम से भी जाना जाता हैं दिल्ली के खास बाजार के रूप में जाना जाता हैं|

दिल्ली हाट किस समय खुलता हैं?

ये सुबह 11 AM पर खुलता हैं और शाम को 9 PM पर बंद हो जाता हैं|

दिल्ली का असली नाम क्या हैं?

दिल्ली का प्राचीन नाम इंद्र प्रस्थ था, जो महाभारत काल में पांड्वो की राजधानी थी|

दिल्ली हाट का इतिहास क्या हैं|

दिल्ली हाट की शुरुवात 28 मार्च 1994 को हुआ थी, दिल्ली हाट की स्थापना भारत सरकार की हस्त शिल्प एवं हथ करघा मंत्रालय, दिल्ली पर्यटक और परिवहन विकास निगम(DTTDC), कपड़ा मंत्रालय और NDMC के सहयोग से की गई थी|यहाँ पर विभिन्न प्रकार के व्यंजन और कपड़े भी देखने को मिलते हैं|

Conclusion/ निष्कर्ष

दोस्तों हमने दिल्ली हाट मार्किट के बारे में आपको बताया हैं इसमें यहाँ पर सभी राज के कलाकार और शिल्पकार अपने हाथो से बने पंटिंग, वस्तु, आभूषाण, और भी बहुत सी चीजे बेचने आते हैं|यहाँ पर आपको पूरे भारत के संस्कृति और कला देखने को मिलती हैं|हम आशा करते हैं की आपको ये पोस्ट पसंद आया होगा, यदि आपको पसंद आया हो तो आप अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे सकते हैं| मैं आपका अपना दोस्तों धर्मराज/Dharamraj